नमस्कार दोस्तों, क्या आपका Bank Account भी Cyber Cell ने Freeze कर दिया है? क्या आप जानना चाहते हैं कि ये Layer System क्या होता है और कैसे इसी System के ज़रिए अपने Account को Unfreeze कराया जा सकता है? अगर हां, तो आज का ये Blog पूरा पढ़िए ,जानते है आखिर Layer System क्या होता है यहां इस पूरे System को बड़े आसान और साफ़ तरीके से समझाया गया है। दोस्तों, आजकल पूरे भारत में खासकर छोटे शहरों से लेकर बड़े Matters तक, Cyber Fraud के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में बहुत सारे Bank Account Freeze हो रहे हैं। लेकिन Account Freeze का मतलब ये नहीं कि कोई व्यक्ति दोषी है। कई बार ये सिर्फ Layer System की वजह से होता है।
Layer System में कौन आता है?
इस System में तीन तरह के लोग होते हैं:
1. Layer 1 – Direct Receiver
वो व्यक्ति जिसके Account में सीधे Cyber Crime का पैसा आया है।
उदाहरण: Cyber Fraud करने वाले ने पैसे निकालकर सीधे Aman के Account में Transfer कर दिए। Aman बन गया Layer 1।
2. Layer 2 – Intermediate Receiver
वो लोग जिनके पास Layer 1 वाले से पैसा आया।
उदाहरण: Aman ने पैसे Ravi को भेजे। Ravi हो गया Layer 2 में।
3. Layer 3 और आगे – Indirect Chain
Layer 2 के बाद जिस भी व्यक्ति के Account में ट्रांजैक्शन गया — भले ही वो unknowingly हो — वो Layer 3, Layer 4 आदि में आ जाता है।
उदाहरण: Ravi ने पैसे Pushpendra को भेज दिए, जो Layer 3 हो गया।
Layer System कैसे काम करता है?
चलिए इसे आसान शब्दों में समझते हैं:
- Cyber Crime होता है: जैसे कि किसी का फोन हैक करके उसके Account से पैसे निकाल लिए गए।
- पैसा सीधे Cyber Criminal के Account में नहीं जाता। Cyber criminals अक्सर किसी unknowingly व्यक्ति का Account इस्तेमाल करते हैं – जिसे कहते हैं money mule।
- वो पैसा एक Account से दूसरे Account में जाता है, ताकि Tracking मुश्किल हो जाए।
- Cyber Cell ट्रांजैक्शन Trail को स्कैन करता है और हर उस Account को Freeze कर देता है जहाँ-जहाँ वो पैसा गया है — चाहे वो व्यक्ति दोषी हो या न हो।
इस पूरे Trail को ही Layer System कहा जाता है।
HELPLINE NUMBERLayer System क्यों बनाया गया?
- Money Trail को Track करने के लिए
- असली आरोपी तक पहुँचने के लिए
- Cyber Fraud की Networking को समझने के लिए
ये System यह नहीं मानता कि हर Layer में शामिल व्यक्ति अपराधी है, लेकिन Investigation के लिए सभी Layers को temporarily शामिल किया जाता है।
यह भी पढ़ें: Salary Account Freeze अब क्या करें?
Cyber Crime में Layer System का Role
जब भी कोई Complaint दर्ज होती है, जैसे Abhishek ने Cyber Crime की रिपोर्ट की, तो Cyber Cell उस पैसे का पूरा trail ट्रैक करता है। यह देखा जाता है कि पैसा कहां से निकला, किन-किन Account से होकर गुज़रा और आखिर में किस Account में पहुंचा। हर वो Account जिसमें वो पैसा गया, भले ही वो व्यक्ति निर्दोष हो, उसे Layer System में फंसा हुआ माना जाता है और उस Account को भी Freeze कर दिया जाता है।
कैसे पता करें कि आपका Account किस Layer में है?
ये जानना बेहद जरूरी है क्योंकि इसी से तय होता है कि आपके लिए क्या next step होना चाहिए।
- Bank Visit करें: सबसे पहले अपने बैंक ब्रांच में जाएं और पूछें कि आपके Account को किस कारण से Freeze किया गया है।
- Complaint Copy लें: बैंक से FIR नंबर, Complaint ID, और Transaction Trail की Details लें।
- Layer Status पूछें: बैंक से जानने की कोशिश करें कि आपका Account किस लेयर में Freeze हुआ है — Layer 1, Layer 2, या उससे आगे।
Layer 1 और Layer 2 वालों को क्या करना चाहिए?
अगर आपका Account Layer 1 या 2 में Freeze हुआ है, तो:
- Cyber Cell Visit जरूरी है: आपको खुद या किसी साइबर Expert Advocate के ज़रिए Cyber Cell में Visit करना होता है।
- Representation File करें: सभी Documents के साथ एक proper representation जमा करें कि आपका कोई role नहीं है इस Transaction में।
Representation में पूरी clarity होनी चाहिए कि आप कैसे इस Trail में जुड़े, आपका actual role क्या था, और आप कैसे victim हैं, ना कि अपराधी।
Layer 3 या उससे ऊपर के लोगों को क्या करना चाहिए?
अगर आपका Account third layer या उससे आगे में freeze हुआ है:
- आपको सीधे Cyber Cell जाने की ज़रूरत नहीं है जब तक कोई legal notice या summon न मिले।
- लेकिन फिर भी एक written representation Cyber Cell को भेज सकते हैं जिससे आपकी स्थिति साफ हो जाए और बाद में कोई complication न हो।
- इस Representatation को आप खुद भी बना सकते हैं या फिर किसी अच्छे Cyber Crime एक्सपर्ट एडवोकेट से help ले सकते हैं।
यह भी पढ़ें: Bank Account Lien और Debit Freeze क्या होता है ?
Representation के बाद क्या होता है?
Cyber Cell आपके द्वारा दिए गए Documents और representation को जांचता है। अगर उनको लगता है कि आप निर्दोष हैं, तो वो एक NOC (No Objection Certificate) जारी करते हैं, जिसे Banks को भेजा जाता है और फिर आपका Account रिलीज़ कर दिया जाता है।
यह भी पढ़ें: Best Cyber Crime Lawyer in Meerut
अगर Cyber Cell रिलीज़ न करे तो?
अगर Cyber Cell आपकी बात नहीं सुन रहा या बिना किसी कारण आपका Account रिलीज़ नहीं कर रहा, तो आप कोर्ट का सहारा ले सकते हैं:
- Magistrate Court में Application डाल सकते हैं।
- या फिर High Court में Writ Petition फाइल कर सकते हैं।
कोर्ट में आपसे सिर्फ Transaction Trail और Complaint ID मांगी जाती है। ज़्यादातर मामलों में कोर्ट disputed amount को Hold कर बाकी Account रिलीज़ करने का आदेश देती है।
Advocate का Role क्यों Important है?
इस पूरे System में सबसे जरूरी है कि आपको proper guidance मिले। Cyber Crime के केस बहुत टेक्निकल होते हैं। Regular advocate को इनकी बारीक जानकारी नहीं होती। इसलिए हमेशा Cyber Crime Expert Advocate से ही संपर्क करें। Advocate Ayush Garg जैसे अनुभवी साइबर एक्सपर्ट्स ही आपको सही ढंग से represent कर सकते हैं। उनका काम सिर्फ डॉक्यूमेंट तैयार करना नहीं, बल्कि Cyber Cell से डील करना, ट्रांजैक्शन का audit करवाना, और जरूरत पड़ने पर कोर्ट में आपके केस को उठाना भी होता है।
यह भी पढ़ें: Gujarat Cyber Cell द्वारा Bank Account Freeze के मामलों में बढ़ोतरी
निष्कर्ष (Conclusion)
दोस्तों, तो अब आपको पता चल गया होगा layer system क्या है अगर आपका Account Cyber Crime के चलते Freeze हुआ है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सबसे पहले जानिए कि आप किस लेयर में हैं, फिर representation तैयार करिए और सही तरीके से Cyber Cell में जमा करिए। याद रखिए Layer System से डरिए नहीं, उसे समझिए। तभी जाकर आप अपना Account सही तरीके से Unfreeze करवा सकते हैं।
HELPLINE NUMBERAlso Connect with us on :
Facebook – / officialonlinelegalcenter
Instagram – / advocateayushgarg
Twitter – / onlinelegalcen
Whatsapp Number – 08273682006 :-
Contact Number – 08273682006, 09760352006 :-
Email Id – info@onlinelegalcenter.com